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किम चान्ग - इन फिलॉसफी ऑफ प्रैक्टिस अकादमी

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अभ्यास का दर्शनशास्त्र

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दिव्यसंरक्षण और स्वर्ग का आदेश
सत्य के लिए एक मार्ग के प्रति समर्पित
स्वर्ग और पृथ्वी के खिलाफ अनैतिक व्यवहार के कारण निश्चित रूप से स्वर्ग की सजा का सामना करना पडेगा; अंत में निश्चित रूप से व्यक्ति की क्रियाओं के लिए कारण और प्रभाव का अपरिहार्य कानून, और उसका अनुरूप प्रतिफल दिखाई देगा।
जब स्वर्ग और पृथ्वी के तर्क का उल्लंघन होता है, निश्चित रूप से स्वर्ग की सजा मिलती है।
स्वर्ग की सजा निश्चित रूप से दी जाएगी, निश्चित रूप से 10,000% ।
प्रत्येक व्यक्ति को इस हकीकत को मन में गहराई से बिठा लेना चाहिए तथा हृदय और आत्मा पर अंकित कर लेना चाहिए।
‘छलका हुआ पानी ट्रे में वापस नहीं आएगा।‘ जैसा बोओगे वही काटोगे।
जहाँ से मूल रूप से शुरू किया था वहीं वापस आना पूरी तरह से असमर्थ रहना हमारी नियति है।
व्यक्ति की क्रियाओं के लिए कारण और प्रभाव का इस कठोर कानून, उसके अनुरूप प्रतिफल से कभी भी संपूर्ण रोप से और हमेशा के लिए बचा नहीं जा सकता है।
सत्य का मार्ग / अनंत काल का मार्ग / सदाचार का मार्ग
स्वर्ग और पृथ्वी से निपटना/
स्वर्ग और पृथ्वी से मिले लाभ चट्टान की तरह ठोस होते हैं
・स्वर्ग उसी की मदद करता है जो खुद की मदद करते हैं।
・एक चीनी वर्ण , 忍, जिसका उच्चारण ‘निन’ होता है और अर्थ होता है धीरज, सहनशीलता, धैर्य और आत्म-संयम, वह लौज़ी के डाओ डी जिंग के सभी चमत्कारों के लिए दरवाजा है।
・मन की एक निरंतर और अविचलित अवस्था, स्वर्ग और पृथ्वी का गहन और चिरस्थायी मार्गदर्शन मन की परम अवस्था है।
・जीवन रक्षक, सत्य के लिए केवल एक ही मार्ग लेने की भावना, स्वर्ग और पृथ्वी में उचित आचरण का सबसे अर्थपूर्ण तरीका है।
・स्वर्ग की दया, पृथ्वी की दया, पूर्वजों से दया, मातापिता से दया, दुनिया से दया।
・कई अच्छी दया और आशीर्वाद कभी भी भूलाया नहीं जा सकता है।
मैं हमेशा तहे दिल से उनके प्रति कृतज्ञ रहूँगा।
・मैंने निस्संदेह इस तथ्य को सीखा है कि एक इंसान एक शरीर और सामग्री के साथ नहीं रहता है।
・मैं इस तथ्य के बारे में पूरी जानकारी तक पहुँचा हूँ कि एक इंसान अपने भीतर, हृदय और आत्मा के साथ रहता है।
अपराधों का मार्ग / स्वर्ग की सजा का मार्ग / विनाश का मार्ग
किसी व्यक्ति के साथ व्यवहार नहीं / लोगों से मिले लाभ भंगुर होते हैं
・मन के परिवर्तन और गुणवत्ता में परिवर्तन का अर्थ है कि विश्वास, यहां तक कि इसके सार को बदलकर, मौलिक रूप से पैसे के मूर्ख, पैसे के गुलाम, पैसे से प्रभावित पैसे के उपासक को रोकता है।
・पीढी के रूझान से बह जाना और संवेदनहीन बन जाना।
・विध्वंसक को संघर्ष, घृणा और नाखुशी मिलती है।
・अहंकारी जो दूसरों को धोखा देने को कुछ नहीं समझता।
・अपने स्वयं के हित के लिए लुभावने लालच और घृणा का अमानवीय और दुर्भावनापूर्ण इरादा।
・पैसे की दुनिया हृदयहीन मनुष्यों का सर्जन करती है। यह मानव ब्रह्मांड को उदासी से भर देता है।
・पैसे की दुनिया मूर्ख लोगों से शुरू और उन्हीं से पूर्ण होती है।
・पैसे की दुनिया इस हकीकत के बारे में अनंत चिंताओं से भरी है कि कई अनंत संघर्षों का एकमात्र उत्पाद असीम और कभी न खत्म होने वाला दु:ख है।
सिद्धांतों और नियमों, कारण और प्रभाव के कानून तथा स्वर्ग और पृथ्वी के तर्क का सबसे सच्चे तरीके से पालन करते हुए जीवन जीने के लिए, हमारे पास सबसे अधिक स्वर्ग और पृथ्वी से डरता मन होना चाहिए।
व्यक्ति को ऐसा व्यक्ति बनना चाहिए जो खुद की आंतरिक प्रकृति, स्वयं को अधिक न्यायपूर्वक, अधिक कठोरता से, अधिक उचित तरीके से और अधिक सख्ती से पहचानने में सक्षम हो।
यह किसी व्यवसाय उद्यम के लिए एवं मनुष्य जीवन के लिए भी सही है।
सभी मामलों में, व्यक्ति को अविभाजित ध्यान के साथ और अपनी संपूर्ण आत्मा से नेतृत्व करना चाहिए और एक उदाहरण दर्शाना चाहिए।
जिस रास्ते से हम चले हैं। जिस रास्ते से हमारी कंपनी आई है।
सिद्धांतों और नियमों, कारण और प्रभाव के कानून तथा स्वर्ग और पृथ्वी का तर्क, यह सभी सत्य को खोजने का केवल एक ही तरीका अपनाकर सच्ची कोशिश करने का बेजोड़ और वास्तविक तरीका है।

किम चांग-इन के व्यावहारिक दर्शनशास्त्र का प्रसार